उत्तर प्रदेश के महराजगंज की फरेंदा पुलिस और साइबर सेल ने रविवार की भोर में तीन बजे लेजार महदेवा तिराहे के पास से दो जालसाजों को गिरफ्तार कर साइबर जालसाजी के एक और मामले का पर्दाफाश किया। उनके पास से 15 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले में से 80 हजार रुपये नगद, 12 आधार कार्ड, चार एटीएम कार्ड व तीन मोबाइल के अलावा बाइक बरामद हुई है। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस कार्यालय में रविवार की सायं चार बजे एसपी प्रदीप गुप्ता ने साइबर फ्रॉड का खुलासा किया। बताया कि दो आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से एक सुरेश प्रसाद कटाईकोट उर्फ मदरहना थाना पुरन्दरपुर व दूसरा जितेन्द्र कुमार भारती नौतनवा थाना क्षेत्र के मुड़िला का निवासी है। सुरेश की बेलवा चौराहा पुरन्दरपुर में बीज भंडार की होलसेल की दुकान है। पूछताछ में सुरेश ने बताया कि उसके दुकान पर लोग बीज व दवा खरीदने आते हैं। उसी दौरान उनकी डेबिट कार्ड का फोटो लेकर जितेन्द्र को सोशल मीडिया के जरिए भेज देता था।
जितेन्द्र डेविड कार्ड से पेटीएम अकाउंट में लॉगिन करता था। फिर किसी बहाने से ओटीपी नम्बर नोट कर उसे जितेन्द्र को भेज देता था। ओटीपी से अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। दोनों ने जून 2020 में एक व्यक्ति के पूर्वांचल बैंक के खाते से 7 लाख 40 हजार रुपये हड़पे थे। फिर उसके डेबिट कार्ड को अपने नेटवर्क से जुड़े अन्य साथियों को दे दिया। सभी ने मिल कर 15 लाख रुपये ऑनलाइन निकाल लिए। इस मामले में कोल्हुई क्षेत्र के सोनपिपरी गांव निवासी मजीबुल्लाह ने शिकायत भी दर्ज कराई थी। सुरेश व जितेन्द्र ने बताया कि उनके पास से जो 80 हजार रुपये बरामद हुए हैं, वह 15 लाख रुपये में से बचा था। ऑनलाइन ठगी के मामले का पूरा डेटा दोनों ने अपने मोबाइल नम्बर में सुरक्षित होने की बात बताई। एसपी ने बताया कि प्रकरण में धोखाधड़ी व 66 डी आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया।