TMC सांसद मोहिया महुआ मोइत्रा का संसद में ज़ोरदार भाषण
सांसद मोइत्रा ने सदन में अपने भाषण में कहा कहा आप बहादुर नहीं हैं,आप कायर हैं-
हमको इमरजेंसी के दौरान, जबलपुर हाईकोर्ट के एडीएम जैसी सज्जनता और साहस दिखाए जाने की तुरंत ज़रूरत है.
सुप्रीम कोर्ट लगातार नागरिकों को निराश कर रहा है और केवल विशेषाधिकारों और दुर्भाग्य से अपना ही संरक्षण कर रहा है.
भारतीय मीडिया का बहुत बड़ा हिस्सा, एक नए निचले स्तर पर जा पहुंचा है..न केवल तथ्यपरक रिपोर्टिंग के अभाव में, बल्कि पत्रकारिता के सिद्धांतों की पूरी अनुपस्थिति के कारण भी..और फिर भी, जब मानक इतने गिर चुके हैं..एक व्हॉट्सएप चैट लीक होती है..जिससे मीडिया, रेटिंग एजेंसी और पूंजीपतियों की सांठगांठ का वो खेल सामने आता है, जिससे हमको बचाने का इस सरकार का दावा है. और जो भी साहसी मीडिया का हिस्सा बचा है, उसे अब UAPA और बाकी पुरातनपंथी क़ानूनों से निशाना बनाया जा रहा है..
आप कांग्रेस पर आपातकाल को लेकर तंज़ करते हैं, लेकिन आज भारत एक अघोषित आपातकाल में जी रहा है..लेकिन सरकार का आकलन ग़लत है,
कायरता और साहस के बीच एक मूलभूत अंतर है…
कायर, केवल तभी बहादुर होता है – जब शक्ति से लैस होता है .
सच्चा साहसी, निहत्था होकर भी लड़ाई नहीं छोड़ता है..
ये भूलिएगा नहीं., जब आप ग़ाज़ियाबाद का आंदोलनस्थल पुलिस और नौकरशाही के दम पर, रातोंरात खाली कराने का आदेश देते हैं – आप कोई साहसी नहीं हैं..आप कायर हैं, जो शक्ति का दुरुपयोग कर रहा है..असली बहादुर वे लोग हैं, जो गांवों से बिना किसी संसाधन के चले आए, सिर्फ ये मानकर कि उनका विरोध का कारण न्यायसंगत है. उनके पीछे की ताक़त, उनके नेता के आंसू थे..न कि किसी वॉटर कैनन की पानी की तेज़ धार.
.ये मत भूलिएगा, जब आप सड़कें बंद करते हैं या हरयाणा के 17 ज़िलों में इंटरनेट बंद कर देते हैं..आप बहादुर नहीं हैं..आप कायर हैं, जो ताकत पर फूल रहा है.