शुरू हुआ बीसी सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम – समूह की महिलाओं को दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण

बीसी सखी योजना की कमान संभालने को तैयार 56,875 महिलाएं

शुरू हुआ बीसी सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम
समूह की महिलाओं को दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण

बैंक संबंधी हर सुविधा अब आपके द्वार

प्रदेश मे रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई इकाइयां कर रहीं है काम

लखनऊ, 19 जनवरी।
आधी आबादी को आत्‍मनिर्भर बनाने के सकंल्‍प को पूरा करते हुए योगी सरकार द्वारा शुरू की गई बीसी सखी योजना का लाभ ग्रामीण महिलाओं को मिलने लगा है। उत्‍तर प्रदेश में बीसी सखी योजना के तहत 75 जनपदों की 56,875 ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाना है। इन सभी ग्रामीण महिलाओं का प्रशिक्षण मार्च तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद ये बैंक सखी अप्रैल से जमीनी स्‍तर पर काम करती नजर आएंगी।

योगी सरकार द्वारा प्रदेश में मिशन शक्ति और मिशन रोजगार के तहत महिलाओं के कदमों को विकास पथ पर बढ़ाने का काम किया जा रहा है। इस योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को सीधे तौर पर रोजगार अप्रैल में मिल सकेगा।
शासन-प्रशासन द्वारा महत्वाकांक्षी योजना के तहत समूह की महिलाओं को बैंकिग कारेस्पांडेंट सखी (बीसी सखी) बनाकर रोजगार का एक बेहतर अवसर प्रदान कर रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समूह की महिलाएं सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को मूर्तरूप देने में जुट गई हैं। स्‍टेट प्रोजेक्‍ट मैनेजर दिवाकर सिंह ने बताया कि जनवरी साल 2021 से प्रदेश के 28 जनपदों में ग्रामीण महिलाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू कर दिया गया है। अगले हफ्ते से अन्‍य 47 जनपदों में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। हर जनपद में 30-30 महिलाओं का ग्रुप बनाकर उनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण रूरल सेल्फ एंप्लॉयमेंट इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है।

अप्रैल से बीसी सखी संभालेंगी गांवों में कमान
प्रदेश में बीसी सखी योजना के तहत प्रशिक्षण ले रहीं ग्रामीण महिलाएं ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अप्रैल से गांवों में जमीनी स्‍तर पर योजना की कमान संभालेंगी। इन बैंक सखियों को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा छह माह तक प्रति माह चार हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा। इसके साथ ही उनको 50,000 रुपए की राशि डिजिटल डिवाइस खरीदने के लिए दी जाएगी। उन्हें धन की जमा और निकासी पर कमीशन बैंक द्वारा दिया जाएगा। इससे गांव में ही महिलाओं को रोजगार भी मिल सकेगा।

ऋण समेत बैंक संबंधी हर सुविधा गांव में
इस योजना के तहत ग्रामीण लोगों को अपने ही गांव में बिना भगदौड़ के बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्रों में योगी सरकार की स्‍वर्णिम योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाएंगी। वो कन्‍या सुमंगला योजना, विधवा पेंशन योजना समेत महत्‍वपूर्ण सरकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को देंगी। ग्राम विकास विभाग के अपर मुख्‍य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम ने लोगों के जीवन को काफी आसान बना दिया है। डिजिटल इंडिया की ही देन है कि अब घर बैठे रोजगार की चाह भी पूरी हो रही है। योगी सरकार की इस योजना से ग्रामीण महिलाओं को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है।

प्रशिक्षण के बाद देनी होगी परीक्षा
इस योजना के तहत ट्रेनिंग के बाद महिलाओं की एक परीक्षा होगी। इस परीक्षा में पास होने वाली महिलाओं को बैंकिंग सखी के रूप में काम करने का मौका मिलेगा। अगर चयनित महिलाएं इस परीक्षा में फेल होती हैं तो दूसरे नंबर की महिला को प्रशिक्षण के लिए भेजने की व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि पिछले हफ्ते इस परीक्षा को 550 महिलाओं ने पास किया है।

ऐसी योजना का संचालन करने वाला यूपी बना पहला राज्‍य
उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां महिलाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए इस प्रकार की योजना को शुरू किया गया है। यूपी सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जमीनी स्‍तर पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए योगी सरकार की कई इकाइयां प्रदेश में काम कर रहीं हैं। संवाददाता इन्द्रसेन वर्मा ,अवध केशरी सीतापुर

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