हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। हज समिति ने हज यात्रा के संभावित खर्च में कटौती की है। इसके अलावा आवेदन करने की तिथि भी बढ़ा दी है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने हज यात्रा के संभावित खर्च को लेकर आवेदकों की कमी की खबर बीते आठ दिसम्बर को प्रकाशित की थी। उसके बाद हज समिति ने संभावित खर्च में कटौती का ऐलान किया।
हज समिति ने पहले हज यात्रा का संभावित खर्च पांच लाख 25 हजार रुपये दिया था। उसे घटाकर तीन लाख 50 हजार रुपये किया गया है। आवेदकों की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 और बढ़े हुए किराये की वजह से हज यात्रा के आवेदनों में काफी कमी आई है। हज-2021 का आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 10 दिसम्बर थी लेकिन इसे बढ़ाकर दस जनवरी कर दिया गया है। लखनऊ में अभी तक करीब 4500 आवेदकों ने ही अपने आवेदन जमा किये गए हैं। पहले के वर्षों से अगर तुलना करें तो लखनऊ से करीब 30 हजार यात्री हज यात्रा पर जाते थे।
कोविड-19 के दौर में सऊदी अरब हुकूमत की ओर से हज यात्रा को लेकर जारी किये गये प्रतिबंधों की वजह से भी इस वर्ष मुकद्दस हज यात्रा के लिए बहुत कम आवेदकों ने अपने आवेदन जमा किये हैं। बीते वर्षों में बिना शरई मेहरम के हज यात्रा करने वाली महिलाओं को सहूलियत दी गई है। उन्हें ग्रुप में आवेदन कर मेहरम कोटे के तहत हज यात्रा की अनुमति दी गई है। अब बिना मेहरम वाले यात्रियों के महिला ग्रुप को लॉटरी के बगैर हज यात्रा की अनुमति दी गई है। इन यात्रियों को लॉटरी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा।
हज यात्रा में 65 वर्ष की आयु से अधिक के आवेदक आवेदन नहीं कर सकते हैं। इसी तरह कैंसर, हृदय रोग, गुर्दा सहित अन्य गंभीर बीमारियों के मरीज और गर्भवती महिलाएं भी हज यात्रा के लिए आवेदन नहीं कर सकतीं। इस वर्ष हज आवेदन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की हज समिति के अधिकारियों के साथ मुंबई हज हाउस में बैठक हुई। इसमें हज यात्रा की अंतिम तिथि में बदलाव, हज यात्रा के संभावित खर्च में कटौती और बिना मेहरम के ग्रुप को लॉटरी प्रक्रिया से मुक्त करने का फैसला किया गया।- राहुल गुप्ता, सचिव, हज समिति