नेपाल और चीन ने विश्व की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट की संशोधित ऊंचाई मंगलवार को संयुक्त रूप से जारी की जो 8848.86 मीटर बताई गई है। नेपाल सरकार ने एवरेस्ट की सटीक ऊंचाई मापने का निर्णय किया था। एवरेस्ट की ऊंचाई को लेकर पिछले कुछ सालों से बहस हो रही थी और ऐसा माना जा रहा था कि वर्ष 2015 में आए विनाशकारी भूकंप के साथ ही कई अन्य कारणों से संभवत: चोटी की ऊंचाई में बदलाव आया है।
विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा कि नेपाल ने एवरेस्ट की ऊंचाई 8848.86 मीटर मापी है। नई ऊंचाई, पिछली बार मापी गई ऊंचाई से 86 सेंटीमीटर अधिक है। भारत सर्वेक्षण द्वारा 1954 में किए गए मापन के अनुसार माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848 मीटर है।
माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 1847 में 8,778 मीटर मापी गई थी। लेकिन, अब 2020 में नेपाल और चीन के संयुक्त प्रयासों के कारण नई संशोधित ऊंचाई का पता चला है।
नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने एक कार्यक्रम के दौरान काठमांडू और बीजिंग में एक साथ आधिकारिक ऊंचाई की घोषणा की। विदेश मंत्री ग्यावली ने मंगलवार को कहा, “यह एक ऐतिहासिक दिन है। माउंट एवरेस्ट की नई ऊंचाई 8,848.86 मीटर है।” चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी तुरंत बाद नई ऊंचाई की घोषणा की।
बता दें, नेपाल 2011 से ही एवरेस्ट की ऊंचाई पर काम कर रहा था। नेपाल के सर्वेक्षण विभाग के अनुसार, सटीक माप सेंटीमीटर में है।