एक दिन के अंतराल के बाद मौसम ने फिर करवट बदलना शुरू किया है। गुरुवार से 7-8 मई तक प्रदेश के विभिन्न इलाकों में आंधी-पानी का सिलसिला रुक-रुक कर जारी रहने के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग ने गुरुवार को पूरे प्रदेश में तेज आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की है।
मौसम निदेशक जेपी गुप्त के अनुसार मौसम में यह नया बदलाव एक नए पश्चिमी विक्षोभ के विकसित होने और इसके आगे बढ़ते हुए देश के उत्तरी राज्यों में आने की वजह से होगा। उन्होंने बताया कि एक हफ्ते के दौरान राज्य के विभिन्न अंचलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी। रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होगी। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है।
इस बीच, मंगलवार की शाम से बुधवार की सुबह तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश हुई। सबसे ज्यादा 2-2 सेंटीमीटर बारिश हरैय्या, कैसरगंज और शाहजहांपुर में रिकार्ड की गई। इसके अलावा पट्टी, मनकापुर, कराकट में 1-1 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
कृषि विज्ञानी सीपी श्रीवास्तव ने किसानों को सलाह दी है कि बीज बनाने के लिए बोरे में दवाइयां डालकर अनाज को संरक्षित कर लें। अपने उपयोग के लिए अनाज का भण्डारण करते समय नमी से बचाकर रखें। इस वक्त चना, मटर, मसूर, राई,सरसों की फसल का अपने इस्तेमाल के लिए भण्डारण ठीक से करें ताकि साल भर के लिए उनके अपने इस्तेमाल के लिए अनाज बचा रहे।
उन्होंने सलाह दी कि गेहूं की फसल अपने इस्तेमाल के लिए बचाकर बाकी अन्य उपज को सरकारी क्रय केन्द्रों पर जाकर यथाशीघ्र बेचें। लौकी, तरोई, भिण्डी, चौलाई आदि सब्जियों में सिंचाई मौसम को देखते हुए करें। जब तब बारिश होने की वजह से अपनी तरफ से अनावश्यक सिंचाई कर अपने श्रम और धन की बर्बादी न करें।