फरीदाबाद में कॉलेज छात्रा निकिता हत्याकांड कथिततौर पर एकतरफा प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला बताया जा रहा है। हत्या का आरोपी लड़का तौसिफ अलग धर्म से संबंध रखता था। छात्रा के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने बेटी को परेशान किए जाने के संबंध में कुछ दिन पहले पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसका नतीजा यह हुआ कि आरोपी ने उनकी बेटी की जान ले ली।
फरीदाबाद में अग्रवाल कॉलेज से परीक्षा देकर निकली छात्रा की सोमवार को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों का आरोप है कि हत्या का आरोपी तौसीफ उनकी बेटी को परेशान कर रहा था। सोमवार को उसने निकिता को अगवा करने की कोशिश की थी, ऐसा करने में असफल रहने के बाद उसने लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी कार में सवार होकर फरार हो गए।
परिजनों के मुताबिक, आरोपी ने पहले भी उनकी बेटी का अपहरण किया था। इस मामले में उन्होंने मामला भी दर्ज कराया था। मगर लोक-लाज के चलते उन्होंने इस मामले में समझौता कर लिया था। परिवार का आरोप है कि अब युवक ने उनकी बेटी की जान ले ली। आरोपी मेवात के रोजका मेव गांव का रहने वाला है। वहीं, दूसरे आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
निकिता हत्याकांड के बाद परिजनों को शांत कराने में मंगलवार को पुलिस के पसीने छूटे रहे। सोहना रोड पर जाम के अलावा मृतका के परिजनों ने बीके चौक पर भी जाम लगा दिया। इससे शहर में यातायात व्यवस्था चरमराई गई। हालांकि, पुलिस ने जाम के चलते वाहनों को पहले ही डायवर्ट करवा दिया था। अभी तक परिजनों ने लड़की के शव को बीके अस्पताल से नहीं लिया है। मृतक के परिजन हत्यारों को फांसी देने व आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग पर अड़े हैं। मौके पर भारी मात्रा में पुलिस तैनात हैं।
मृतका के भाई का आरोप है कि इस मामले में लड़की हिंदू होने के चलते पुलिस और प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है, अगर लड़की किसी दूसरे समुदाय की होती तो स्थिति दूसरी होती। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस हमें न्याय नहीं दे सकती है, हमें साफ बता दे हम स्वयं न्याय करेंगे।